देश में 21 दिनों की संपूर्ण देशबंदी जारी है। ऐसे में रेल, बस, विमान और सभी तरह की सेवाएं बंद हैं। जिसकी वजह से कई लोग पैदल ही अपने गांव लौट रहे हैं। हालांकि इस बीच कई ऐसे लोग हैं जो अपनों को खोने के बावजूद पैदल ही रास्ता तय कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ में सामने आया है। जहां अपनी मां को खोने के बाद युवक रायपुर से पैदल चलकर वाराणसी जा रहा है।
इस युवक का नाम मुराकीम है। वह अपने दो दोस्तों विवेक और परवीन के साथ रायपुर से उत्तर प्रदेश के वारणसी पैदल चल रहे हैं। मुराकीम की मां की 25 मार्च को मौत हो गई थी। वे तीन दिनों में रायपुर के कोरिया जिले के बैकुंठपुर पहुंचे।
मुराकीम के एक दोस्त ने कहा, 'हम लगभग 20 किलोमीटर पैदल चल चुके हैं और हमने दो-तीन लोगों से रास्ते में लिफ्टी ली। जब हम बैंकुठपुर पहुंचे तो यहां मौजूद एक मेडिकल दुकान के मालिक ने हमारी मदद की।'
केवल मुराकीम ही नहीं कई लोग अपने गांव, राज्यों को लौट रहे हैं। ये लोग खुद को जिंदा रखने के लिए सैकड़ों मील का सफर पैदल ही तय कर रहे हैं। इनकी जद्दोजहद घर पहुंचने की है ताकि उन्हें भूख से न मरना पड़े। कुछ इसलिए वापस अपने घर कजा रहे हैं ताकि उनके बच्चों को भूख से तड़पना न पड़े। सरकार बेशक सभी लोगों की सहायता करने की कोशिश कर रही है लेकिन मौजूदा हालात में यह हालात नाकाफी साबित हो रहे हैं।